बड़ा ही भयानक विवाद है सौंदर्य और अश्लीलता का । बहुधा आप देख सकते हैं सुंदर को अश्लील कहा जाता हुआ। और ये कहने वाले लोग कौन हैं ? इसकी पहचान भी आवश्यक है। आपने कभी उन्हें देखा है !
उनकी आँखे रक्त-पिपासु होती है।
साँसे बदबूदार होती है।
वे वस्तुतः अश्लीलताप्रेमी होते हैं।
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
1 टिप्पणी:
aap kya baat karte hain. kya janvar saundarya-premi nahi hote?
bhai, hamne to yahi jaana hai ki vah phenomenon jo sambhog ke anukool hai, saundarya hai. phir ye ashlilta kyaa hai? rubbishhhhhh!
एक टिप्पणी भेजें