बुधवार, 15 अप्रैल 2009

तंत्र: स्त्रीतंत्र बनाम पुरूषतंत्र-1

भारत की सभ्यता और संस्कृति अत्यन्त प्राचीन है। इतनी पुरानी कि इतिहासकार आपस में मतभेद करते रहते हैं। पुरानी चीजों,पुरानी बातों के विषय में तरह तरह की कहानियाँ-किम्बदंतियाँ मशहूर हो जाया करती है। सो भारतीय संस्कृति के बारे में भी बहुत कुछ मशहूर है। इनमे कुछ रोचक हैं, कुछ आकर्षक तो कुछ मन को खट्टा कर देने वाला। जो जिस तरह का पथ बनाना चाहता है- इन धुंधलाए इतिहास के पन्नों से बना लेते है। बेचारा इतिहास है ही इतिहासकारों के इशारों पर नाचने वाला ज़र-खरीद गुलाम।
(बातें जारी हैं )

1 टिप्पणी:

Bahadur Patel ने कहा…

bahut badhiya likh rahe hain aap.
badhai.